क्या जैविक खेती के लिए ट्रेनिंग मिलती है?/Is there any training available for organic farming?

 क्या जैविक खेती के लिए ट्रेनिंग मिलती है?

आज जब स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ रही है, जैविक खेती (Organic Farming) एक बड़ा समाधान बनकर उभरी है। लेकिन खेती की यह पद्धति पारंपरिक खेती से काफी अलग है — इसमें रासायनिक खादों की जगह प्राकृतिक संसाधनों, जैसे गोबर खाद, जीवामृत, और जैविक कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।

training available for organic farming

अब सवाल उठता है –

👉 "क्या जैविक खेती के लिए कोई ट्रेनिंग मिलती है?"

👉 "अगर हां, तो कहां से और कैसे लें?"

इस लेख में हम आपको बताएंगे:

  1. कहां-कहां जैविक खेती की ट्रेनिंग दी जाती है
  2. किन सरकारी संस्थानों द्वारा यह उपलब्ध है
  3. ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प
  4. ट्रेनिंग की अवधि, खर्च और लाभ

🌿 जैविक खेती: सिर्फ तकनीक नहीं, सोच है

जैविक खेती केवल उर्वरक बदलने का नाम नहीं है, यह एक समग्र सोच है जिसमें:

  • मिट्टी की सेहत को बनाए रखना
  • जल संरक्षण
  • प्राकृतिक संसाधनों का दोहन नहीं करना
  • फसल चक्र और सहफसली खेती जैसे तरीके अपनाना
  • रसायनों से दूरी बनाना

इसलिए इसके लिए विशेष ज्ञान और ट्रेनिंग जरूरी होती है।

🎓 1. क्या जैविक खेती के लिए ट्रेनिंग जरूरी है?

हां, बिल्कुल। अगर आप पहली बार जैविक खेती शुरू कर रहे हैं, तो बिना ट्रेनिंग के:

  • मिट्टी की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकते हैं
  • फसल की उत्पादकता में गिरावट आ सकती है
  • जैविक प्रमाणन (Certification) में दिक्कतें हो सकती हैं
  • बाजार की समझ और बिक्री की रणनीति कमजोर रह सकती है

इसलिए, एक अच्छी ट्रेनिंग कार्यक्रम से जुड़ना बहुत उपयोगी है।

🏫 2. सरकारी संस्थान जो जैविक खेती की ट्रेनिंग देते हैं

🔸 (i) कृषि विज्ञान केंद्र (KVK)

  1. भारत के हर जिले में KVK होते हैं
  2. यहां पर 3 से 7 दिन की फ्री या कम फीस वाली जैविक खेती की ट्रेनिंग मिलती है


विषय: वर्मी कंपोस्ट, जीवामृत, नाडेप खाद, फसल चक्र, जैव कीटनाशक

👉 संपर्क करें: नजदीकी जिला कृषि अधिकारी या https://kvk.icar.gov.in

🔸 (ii) राष्ट्रीय जैविक खेती केंद्र (NCOF)

  • संस्था: National Centre of Organic Farming
  • स्थान: गाज़ियाबाद (मुख्य केंद्र), और क्षेत्रीय केंद्र
  • कोर्स: 5-7 दिन के Residential Course
  • ट्रेनिंग में: Certification, PGS प्रणाली, Input preparation

👉 वेबसाइट: https://ncof.dacnet.nic.in


🔸 (iii) राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (MANAGE)

  • स्थान: हैदराबाद
  • ट्रेनिंग: Advanced organic farming techniques
  • Beneficiaries: प्रगतिशील किसान, कृषि अधिकारी

👉 वेबसाइट: https://www.manage.gov.in


🔸 (iv) PKVY (Paramparagat Krishi Vikas Yojana)

  • यह एक सरकारी योजना है जिसमें किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाता है
  • PGS Certification, Group formation और Training दी जाती है

ट्रेनिंग फ्री होती है

👉 संपर्क: कृषि विभाग या https://pgsindia-ncof.gov.in

💻 3. क्या Online Training भी मिलती है?

आज कई संस्थाएं और स्टार्टअप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी जैविक खेती सिखा रहे हैं। कुछ प्रमुख प्लेटफॉर्म:

प्लेटफॉर्म कोर्स का प्रकार भाषा फीस

  • Krishi Jagran वेबिनार + रिकॉर्डेड वीडियो हिंदी/अंग्रेजी फ्री
  • Apni Kheti मोबाइल ऐप के ज़रिए हिंदी ₹0 – ₹499
  • Udemy Detail Courses (2–3 घंटे) इंग्लिश ₹500–₹1500
  • YouTube (Organic Farming Channels) Practical Videos हिंदी/लोकल फ्री

🧑‍🌾 4. निजी संस्थान जो ट्रेनिंग देते हैं

नीचें कुछ गैर-सरकारी संगठन और कंपनियां के नाम दे रहे है जो Organic Farming की ट्रेनिंग देते हैं, जैसे:

  • Morarka Foundation (राजस्थान)
  • BAIF Development Research Foundation (पुणे)
  • Art of Living Foundation (बेंगलुरु) – Natural Farming पर कोर्स
  • IIRD (Himachal) – सर्टिफाइड Organic Farming ट्रेनिंग


🧾 5. ट्रेनिंग की अवधि और सिलेबस

  • ट्रेनिंग का प्रकार अवधि प्रमुख विषय
  • बेसिक 3–5 दिन जैविक खाद, कीट नियंत्रण, फसल चक्र
  • एडवांस 7–15 दिन Certification, Market Access, Export
  • मास्टर ट्रेनर 1–3 महीने Documentation, Policy, Group Training


💰 6. ट्रेनिंग की लागत

  • संस्था लागत
  • KVK ₹0 – ₹1000
  • NCOF ₹0 – ₹2000
  • Private ₹2000 – ₹15000
  • Online Course ₹0 – ₹2000


👉 PGS India और PKVY  ट्रेनिंग फ्री में प्रदान करते है।


📦 7. ट्रेनिंग से किसान को क्या फायदा होता है?

  • उपज में सुधार – जैविक तकनीक से मिट्टी की सेहत बढ़ती है
  • कम लागत – बाहर से महंगे खादों की जरूरत नहीं
  • प्रमाणन में सहायता – ट्रेनिंग के जरिए documentation सीखते हैं
  • रोजगार का अवसर – ट्रेनर बनकर दूसरों को सिखा सकते हैं


🌾 8. ट्रेनिंग के बाद अगला कदम क्या हो?

  • PGS India Certification के लिए आवेदन करें
  • समूह में खेती करना शुरू करें
  • लोकल मंडी या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उत्पाद बेचना शुरू करें
  • Training Certificate को प्रमाणन प्रक्रिया में उपयोग करें


📌 FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

❓1. क्या जैविक खेती की ट्रेनिंग अनिवार्य है?

अनिवार्य नहीं, लेकिन बहुत उपयोगी है — खासकर शुरुआत में।

❓2. क्या महिलाएं भी जैविक खेती की ट्रेनिंग ले सकती हैं?

हां, KVK और NCOF महिला किसानों के लिए विशेष बैच भी चलाते हैं।

❓3. क्या ट्रेनिंग के बाद प्रमाणपत्र मिलता है?

हां, अधिकतर संस्थाएं कोर्स पूरा होने पर Participation Certificate देती हैं।

❓4. ट्रेनिंग के लिए आवेदन कैसे करें?

नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र जाएं

संबंधित वेबसाइट पर फॉर्म भरें

पंचायत या ब्लॉक कृषि अधिकारी से संपर्क करें

✍️ निष्कर्ष

जैविक खेती सीखना अब आसान है।सरकार और निजी संस्थाएं हर स्तर के किसानों के लिए ट्रेनिंग की सुविधा देती हैं — वह भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से।

चाहे आपके पास एक एकड़ ज़मीन हो या दस — अगर आप जैविक खेती करना चाहते हैं, तो सबसे पहला कदम है: ट्रेनिंग लेना।

📣 तो इंतजार मत कीजिए!

आज ही अपने नजदीकी KVK या PGS समूह से जुड़िए और अपने खेत को रसायन-मुक्त बनाइए!

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