Is NPOP certificate valid internationally? In Hindi Step By Step Guide 2025.

 क्या NPOP सर्टिफिकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है?

 क्या भारत का NPOP सर्टिफिकेट विदेशों में जैविक उत्पाद बेचने के लिए मान्य है? जानिए NPOP की अंतरराष्ट्रीय मान्यता, प्रक्रिया और इसके फायदे इस लेख में।

Is NPOP certificate valid internationally


🌿 भूमिका: जैविक खेती और वैश्विक बाजार

आज की दुनिया में जैविक उत्पादों (Organic Products) की मांग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में भारतीय किसानों और उत्पादकों के मन में एक अहम सवाल उठता है:


"क्या भारत का NPOP सर्टिफिकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है?"

इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें सबसे पहले NPOP सर्टिफिकेशन की मूल बातें समझनी होंगी।


🧾 NPOP (National Programme for Organic Production) की सरल व्याख्या आसान शब्दों में!!

NPOP भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जो जैविक खेती, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, लेबलिंग और निर्यात की प्रक्रिया को मानकीकृत और प्रमाणित करता है।


📌 NPOP के मुख्य उद्देश्य:

  • जैविक उत्पादन के मानक तय करना
  • प्रमाणित उत्पादों को पहचान देना
  • जैविक उत्पादों का प्रमाणीकरण और निरीक्षण
  • निर्यात को सुगम बनाना


🌍 क्या NPOP अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है?

✔️ हां, NPOP सर्टिफिकेट कई देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है।

भारत के NPOP को कई प्रमुख वैश्विक बाजारों द्वारा मान्यता प्राप्त है। यानी अगर आपका उत्पाद NPOP सर्टिफाइड है, तो आप उसे विदेशों में भी “Organic” टैग के साथ भेज सकते हैं।


🌐 NPOP को मान्यता देने वाले प्रमुख देश और संगठन

देश/संगठन मान्यता का प्रकार कब से मान्यता मिली

  • EU (European Union) Equivalence Recognition 2006 से
  • Switzerland Equivalence Recognition 2006 से
  • USA (USDA-NOP) Recognition via MOU (some cases) अप्रत्यक्ष मान्यता
  • South Korea Bilateral Agreement आंशिक
  • Taiwan, Japan, Canada Case-to-case basis विकल्प उपलब्ध


✅ इन देशों ने भारत के NPOP स्टैंडर्ड्स को अपने मानकों के बराबर (Equivalent) माना है।


🤝 “Equivalence Recognition” का मतलब क्या है?

यह एक International Trade Term है, जिसका अर्थ है:


अगर एक देश का ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन सिस्टम किसी दूसरे देश के सिस्टम के बराबर है, तो दोनों एक-दूसरे के प्रमाणपत्र को मान्यता दे सकते हैं।


🔸 यानी, अगर आपका जैविक उत्पाद NPOP सर्टिफाइड है, तो आपको यूरोपीय यूनियन (EU) में बेचने के लिए कोई अतिरिक्त सर्टिफिकेशन नहीं लेना पड़ेगा।


📦 NPOP के तहत Export कैसे किया जा सकता है?

यदि आप NPOP सर्टिफाइड किसान या उत्पादक हैं, तो आप निम्नलिखित प्रक्रिया के ज़रिए विदेशों में उत्पाद भेज सकते हैं:


🔹 Step-by-step प्रक्रिया:

  • TraceNet System में पंजीकरण करें
  • Organic Certificate और Transaction Certificate (TC) प्राप्त करें
  • पैकेजिंग और लेबलिंग NPOP Norms के अनुसार करें
  • APEDA की Export Guidelines को फॉलो करें
  • Logistic और Shipping के जरिए विदेशी बाज़ार तक उत्पाद भेजें


📌 NPOP Certification के फायदे

फायदा विवरण

✅ अंतरराष्ट्रीय मान्यता EU, Switzerland, आदि में मान्य

💸 बेहतर कीमत विदेशों में ज्यादा मूल्य मिलता है

📈 Export आसान Simplified documentation process

🏷️ Organic Tag “India Organic” Logo का उपयोग संभव

🏢 व्यापारिक अवसर International buyers से Partnership संभव


🧪 NPOP vs PGS India: क्या फर्क है?

बिंदु NPOP PGS India

मान्यता अंतरराष्ट्रीय केवल भारत

उपयोग Export और Domestic केवल घरेलू

नियंत्रण APEDA NCOF

लागत कुछ शुल्क लगता है लगभग मुफ्त

प्रमाणन संस्था Accredited Certifying Agencies किसान समूह/क्लस्टर


🔍 निष्कर्ष: अगर आप अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में जैविक उत्पाद बेचना चाहते हैं, तो NPOP सर्टिफिकेट अनिवार्य है।


🔍 “India Organic” Logo क्या है?

यदि आपके पास NPOP Certification है, तो आप अपने प्रोडक्ट पर “India Organic” Logo का उपयोग कर सकते हैं। यह लोगो ग्राहकों को यह भरोसा देता है कि उत्पाद सरकारी रूप से प्रमाणित जैविक है।


🔄 Renewal और Inspection

यह NPOP सर्टिफिकेट हर साल  Renew करना होता है।


  • Field Inspection
  • Documentation Review
  • Input Verification
  • Soil/Water Testing (जरूरत अनुसार)


यह सुनिश्चित करता है कि किसान नियमों का सही पालन कर रहा है।


📋 जरूरी दस्तावेज़

दस्तावेज़ उपयोग

खेत का नक्शा लोकेशन की पुष्टि के लिए

Input Record उपयोग की गई खाद/बीज का विवरण

फसल रिपोर्ट उत्पादन और फसल चक्र

बिक्री रिकॉर्ड Organic chain को बनाए रखने के लिए


⚠️ ध्यान देने योग्य बातें

  1. Export के लिए केवल PGS सर्टिफिकेट मान्य नहीं होता
  2. NPOP के सर्टिफिकेट बिना APEDA Accreditation के वैध नहीं माने जाते
  3. Export करते समय Transaction Certificate अनिवार्य होता है


📚 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

❓ 1. क्या NPOP सर्टिफिकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है?

✔️ हां, NPOP को European Union, Switzerland जैसे देशों में मान्यता प्राप्त है।


❓ 2. क्या NPOP से USA में उत्पाद भेज सकते हैं?

🟡 आंशिक रूप से। कुछ मामलों में USDA-NOP सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।


❓ 3. NPOP सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त करें?

📝 किसी APEDA Approved Certification Body से आवेदन कर सकते हैं।


❓ 4. क्या NPOP Certification महंगा होता है?

💰 यह सर्टिफिकेशन एजेंसी पर निर्भर करता है। आमतौर पर कुछ हज़ार रुपए सालाना शुल्क लगता है।


❓ 5. क्या PGS India सर्टिफिकेट भी Export के लिए मान्य है?

❌ नहीं, PGS सिर्फ घरेलू बाजार में मान्य है।


✍️ निष्कर्ष

अगर आप जैविक उत्पादों का निर्यात करना करने का फ़ैसला ले चुके है , तो ऐसे में NPOP Certification आपकी पहली जरूरत बन जाता है।

क्युकी यह सर्टिफिकेट आपके उत्पाद को "Organic" के रूप में मान्यता देता है, साथ ही आपको वैश्विक बाजार में भरोसेमंद उत्पादक भी बनाता है।


भारत सरकार के प्रयासों से NPOP की साख अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो चुकी है, और यह हर उस किसान या उद्यमी के लिए एक अवसर है जो वैश्विक Organic Market में प्रवेश करना चाहता है।

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