Rainwater Harvesting In Organic Farming Step To Step Guide In Hindi/ जैविक खेती में बारिश का जल संचयन
परिचय
भारत में खेती का एक बड़ा हिस्सा वर्षा पर निर्भर करता है, खासकर ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में। लेकिन बदलते मौसम और अनियमित बारिश के कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में "बारिश के जल का संचयन" (Rainwater Harvesting) एक बेहद जरूरी और प्रभावशाली उपाय है, खासकर जैविक खेती (Organic Farming) के लिए।
जैविक खेती रासायनिक मुक्त और प्रकृति के अनुकूल होती है, और इसके लिए जल का शुद्ध स्रोत आवश्यक होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि Rainwater Harvesting क्या है, इसके फायदे क्या हैं, कैसे करें, किन तकनीकों से करें और किसानों को इसके लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
प्राकृतिक खेती में जल संरक्षण कैसे करें? जानिए Rainwater Harvesting In Organic Farming तकनीक की पूरी जानकारी, इस लेख में आप पढ़ेंगे !!
Rainwater Harvesting क्या है?
Rainwater Harvesting की प्रक्रिया में हम बारिश के पानी को इकट्ठा करते है किसी कुए या पानी टंकी में ताकि ज़रूरत के वक्त आवश्यकतानुसार इसका उपयोग सिंचाई, पशुपालन, घरेलू कार्य या भूमि की नमी बनाए रखने में किया जा सके। यह जल सीधे छतों, खेतों, तालाबों या कुओं में एकत्र किया जा सकता है।
जैविक खेती में Rainwater Harvesting का महत्व
शुद्ध जल की उपलब्धता: जैविक खेती में केमिकल्स का प्रयोग नहीं होता, इसलिए शुद्ध और uncontaminated पानी की जरूरत होती है।
सिंचाई के लिए पानी का स्थायी स्रोत: बारिश के मौसम में जल एकत्र कर बाद में उपयोग किया जा सकता है।
भूजल स्तर में सुधार: जल संचयन से भूजल रिचार्ज होता है जो लंबे समय में जल संकट को दूर करता है।
फसल की उत्पादकता में सुधार: सही समय पर सिंचाई से जैविक फसलें बेहतर उगती हैं।
जल संचयन की मुख्य तकनीकें
1. छत से जल संचयन (Rooftop Harvesting)
छत पर गिरने वाला बारिश का पानी पाइप के माध्यम से फिल्टर होकर टैंक या भूमिगत टंकी में संग्रह किया जाता है।
इसके लिए छत की सफाई, पाइपलाइन की व्यवस्था और फिल्ट्रेशन सिस्टम जरूरी होता है।
2. खेत में जल संचयन (Farm Ponds)
खेत के एक हिस्से में गड्ढा बनाकर वहां वर्षा जल संग्रहित किया जाता है।
इस पानी को बाद में सिंचाई में प्रयोग किया जा सकता है।
3. नाला बंधन (Check Dams / Bunding)
छोटे-छोटे बांध बनाकर पानी को बहने से रोका जाता है जिससे भूमि में नमी बनी रहती है।
4. पेरकोलेशन टैंक (Percolation Tanks)
मिट्टी में पानी को धीरे-धीरे रिसने के लिए विशेष टैंक बनाए जाते हैं जो भूजल स्तर बढ़ाने में सहायक होते हैं।
Rainwater Harvesting in organic farming के फायदे
लाभ विवरण
✅ जल की बचत वर्षा जल का उपयोग कर सिंचाई में भूजल की खपत कम होती है।
✅ लागत में कमी कम सिंचाई खर्च और बिजली बिल में कटौती।
✅ भूमि की उर्वरता बनी रहती है मिट्टी में नमी बनी रहती है जिससे जैविक तत्व सक्रिय रहते हैं।
✅ सूखा प्रभावित क्षेत्रों में उपयोगी जहाँ पानी की भारी कमी होती है, वहां यह तकनीक वरदान है।
✅ पर्यावरण संरक्षण जल स्रोतों पर दबाव कम होता है और जलवायु संकट से निपटने में मदद मिलती है।
Rainwater Harvesting कैसे करें? – Step-by-Step Guide In Hindi
Step 1: जगह का चुनाव
खेत या घर की छत का सर्वे करें कि वहां से जल एकत्र कैसे होगा।
Step 2: जल बहाव की दिशा तय करें
यह देखें कि पानी किस ओर बहता है। उसी दिशा में पाइप या नाला बनाया जाए।
Step 3: फिल्ट्रेशन सिस्टम लगाएं
पानी में मिट्टी, पत्ते, कीड़े आदि न आएं इसके लिए सैंड फिल्टर, चारकोल आदि का उपयोग करें।
Step 4: जल संग्रहण टैंक बनाएं
जरूरत के अनुसार सतही या भूमिगत टैंक बनवाएं।
Step 5: नियमित रखरखाव करें
पाइप, छत और टैंक की समय-समय पर सफाई करना बेहद जरूरी है।
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सरकारी सहायता और योजनाएं
भारत सरकार और राज्य सरकारें किसानों को जल संचयन के लिए सहायता प्रदान करती हैं:
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY): जल संरक्षण व संचयन के लिए सब्सिडी।
मनरेगा: खेत तालाब या बंध निर्माण के लिए मजदूरी व सामग्री लागत।
राज्य कृषि विभाग: विशेष सब्सिडी योजनाएं और मार्गदर्शन।
Rainwater Harvesting और जैविक खेती का संबंध
कम सिंचाई वाले क्षेत्रों में Rainwater Harvesting जैविक खेती के लिए वरदान है।
जीवामृत, गोबर खाद आदि को मिलाने के लिए भी शुद्ध जल की आवश्यकता होती है।
पौधों की जैविक वृद्धि के लिए लगातार और नियंत्रित सिंचाई जरूरी होती है जो इसी जल से की जा सकती है।
किसानों के लिए सुझाव
शुरुआत छोटे स्तर से करें।
पहले छोटे तालाब या छत के जल को संग्रहित करें और फिर विस्तार करें।
स्थानीय विशेषज्ञों से सलाह लें।
गांव के कृषि अधिकारी या NGO से मार्गदर्शन लें।
सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।
सब्सिडी और तकनीकी सहायता से शुरूआती खर्च में राहत मिलेगी।
समूह में कार्य करें।
गांव के किसान मिलकर सामूहिक टैंक या चेक डैम बना सकते हैं।
निष्कर्ष
जैविक खेती को सफल बनाने के लिए जल का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है, और Rainwater Harvesting इसमें अहम भूमिका निभाता है। यह केवल पर्यावरण हितैषी नहीं है, बल्कि किसानों की आय और भूमि की उर्वरता बढ़ाने में भी सहायक है। आज के जल संकट और जलवायु परिवर्तन के समय में हर किसान को यह तकनीक अपनानी चाहिए।
FAQs: बारिश का जल संचयन (Rainwater Harvesting) और जैविक खेती
Q1: क्या Rainwater Harvesting केवल बड़े खेतों में संभव है?
नहीं, यह छोटे बाग़, छतों, यहां तक कि गमलों में भी संभव है। हर किसान इसे अपने अनुसार लागू कर सकता है।
Q3: क्या Rainwater Harvesting से भूजल स्तर बढ़ता है?
हाँ, जब पानी को जमीन में रिसने दिया जाता है तो भूजल रिचार्ज होता है।
Q4: क्या Rainwater Harvesting से फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी होती है?
बिल्कुल, समय पर सिंचाई से पौधे स्वस्थ रहते हैं और उत्पादन बढ़ता है।
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